आज के समय में लोग वर्क फ्रॉम होम के महत्व को समझ गये हैं अब उन्हें लग गया है की घर बैठे भी हम सारे काम कर सकते है जिसके लिए हमे घर से बाहर जाने की जरूरत नहीं |
10 Lines Essay On Work From Home In Hindi : वर्क फ्रॉम होम पर हिंदी निबंध
Conclusion (निष्कर्ष) :वर्क फ्रॉम होम एक ऐसा तरीका है जिसमे किसी भी कंपनी के कर्मचारी, स्कूल और कॉलेज के बच्चे घर बैठे ही अपना काम कर सकते हैं जिससे घर बैठे बैठे समय के साथ साथ पैसो की बचत भी होती है इससे किसी कंपनी के प्रबंधको को बहुत ही सुविधा मिलती है जिससे कंपनी के बहुत से खर्चे कम हो जाते है |
वर्क फ्रॉम होम से सबसे बढ़ा एक और फायदा ये है की पूरा काम समय के अनुसार पूरा हो जाता है और अब एक विडियो कॉल से सभी को जानकारी देकर सारे काम हो जाते है और किसी बी काम की प्रोडक्टिविटी पर भी असर नहीं होता है |
क्रोरोना महामारी को देखते हुए सभी कंपनी और इंस्टिट्यूट ने इस खतरे को ध्यान में रखते हुए वर्क फ्रॉम होम को अपनाया | हमारे देश में इससे पहले इस तरह का चलन नहीं था लेकिन विदेशो में वर्क फ्रॉम होम पहले से ही चला आ रहा था |
वर्क फ्रॉम होम ने बहुत से संस्था और कंपनी के काम करने के तरीको को बदल दिया है इसके आलावा उनके लिए नए मौके भी खोल दिए है जिससे लोगो के लाइफ स्टाइल में में काफी बदलाव आ गये हैं लोग जब चाहे अपना काम आसानी से कर पा रहे हैं |
बहुत सारी कंपनी, संस्था, स्कूल, कॉलेज, डिपार्टमेंट अपने कार्य करने की प्रणाली में सुधार कर रही है जिसका पूरा फायदा उनके अलावा उनके कर्मचारी को भी मिल रहा है |
वर्क फ्रॉम होम में सबसे बढ़ा योगदान बढ़ते हुए इन्टरनेट की तकनिकी सुविधा का भी है जिसने हमारी लाइफ को आसान कर दिया है हम एक जगह बैठे किसी के साथ कही भी जुड़ सकते हैं |
वर्क फ्रॉम होम काम करने वाले लोगो को प्रोडक्टिविटी को पहले से बेहतर करने में अपना योगदान दे चूका है करी रिसर्च के अनुसार लोग साल भर में जितना ऑफिस आने जाने में समय बिताते हैं वह उनके एक महीने के कामकाजी घंटे के बराबर होता है |
अगर कोई भी कर्मचारी काम करते समय किसी तरह की स्वस्थ्य की समस्या से परेशान है और वो ऑफिस नहीं जा सकता है तो अभी के समय वर्क फ्रॉम होम उनके लिए बेहतर साबित हो सकता है हालांकि अभी के समय आधे से ज्यादा कंपनी वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही है |
वैसे भी भारत की डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ने से भी वर्क फ्रॉम होम के महत्व को बढ़ा दिया है |
लेकिन हमे लगता है की वर्क फ्रॉम होम सभी के लिए बेहतर है और सभी इस तरह सुविधा जनक समझते हैं लेकिन बहुत सारे ऐसे लोग होंगे जिन्हें वातावरण में काम करना अच्छा लगता है और वो अपने ऑफिस के लोगो के साथ काम करना पसंद करते हैं |

वर्क फ्रॉम होम के समय आने वाली परेशानियाँ :
वर्क फ्रॉम होम के शुरुआती समय में लोगो को इस माहौल में ढलने में समय लगा होगा और लोगो को इसमें काफी थकान और काम करने में नीरस लगता होगा और बहुत से कार्यो में वर्क फ्रॉम होम करने में उनके कार्यो की निगरानी में भी कठिनाई होती है |
कुछ समय के बाद अगर हम अपने इस आदत में ढल गये तो वो भी हमारे लिए ठीक नहीं क्योकि आदर हमे कम्पनी ने कुछ दिन के लिए ऑफिस आने के लिए बोल दिया तो हमे उस समय बहुत परेशानी हो जाती है और हमे लगता है की सबसे ज्यादा वर्क लोड हमारे पास ही है
वर्क फ्रॉम होम एक समय के लिए ही अच्छा लगता है क्योकि कुछ समय के बाद लोग अपना डेली रूटीन सही से फॉलो नहीं कर पाते हैं और उनका काम करने का समय, खाने का समय, उठने का समय और सोने का समय सब कुछ बदल जाता है जिससे लोगो के दिमाग और शरीर में बदलाव होने लगते है |
वर्क फ्रॉम होम के लिए जरुरी नियम :
कंपनी अपने कर्मचारी को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने के आलावा बेहतर परिणाम के लिए कुछ नियम बना सकती है जिससे काम समय के अनुसार और अच्छी गुणवता के साथ प्रभावी ढंग से हो |
वर्क फ्रॉम होम के दौरान कंपनी को अपने कर्मचारी के साथ नियमित समय में मीटिंग का प्रावधान रखना चाहिए और उनके काम करने के समय होने वाली परेशानियों को सोल्व करना चाहिए |
वर्क फ्रॉम होम काफी रोमांचक लगता है लेकिन काम की आजादी के साथ साथ जिम्मेदारियां बही बढ़ जाती हैं |
वर्क फ्रॉम होम के फायदे :कंपनी के हिसाब से वर्क फ्रॉम होम सबसे बेहतर हो सकता है लोगो को पूरे देश में काफी से भी hire करने में |
वर्क फ्रॉम होम में कम कीमत पर हायरिंग प्रोसेस की जा सकती है जिससे कोई भी घर बैठे काम कर सकता है |
वर्क फ्रॉम होम ले लिए कंपनी के अलावा कर्मचारी आल इंडिया एक दुसरे से कनेक्ट हो सकता है
वर्क फ्रॉम होम में समय की बचत, उम्मीद से ज्यादा मीटिंग, ऑफिस आने जाने में समय की बचत, पैसो की बचत में काफी योगदान है |
वर्क फ्रॉम होम में प्रॉपर वर्क लाइफ बैलेंस और जॉब की संतुष्टि भी मिल जाती है |
वर्क फ्रॉम होम सबसे ज्यादा फीमेल के लिए बेहतर साबित हुआ है और जो लोग बहुत दूर से ऑफिस जाते थे उनके लिए भी आसान हुआ है |
कंपनी के लिहाज से ऑफिस स्पेस की जरूरत नहीं, बिजली-पानी की जरूरत नहीं, खाने-पीने की जरूरत नहीं और बाकी के खर्चे भी कम हो जाते हैं |
वर्क फ्रॉम होम में कर्मचारी अपनी कम छुट्टी लेता है और किसी बही लम्बे वेकेशन पर जाने की सम्भावनाये कम हो जाती हैं |
वर्क फ्रॉम होम में हम अपने फॅमिली के साथ अच्छे से समय बिता सकते हैं |
वर्क फ्रॉम होम के नुकसान :वर्क फ्रॉम होम के दौरान कभी लापरवाही, इन्टरनेट डिसकनेक्ट, और लाइट की असुविधा जैसी समस्या के साथ अपने प्रोडक्टिविटी को बरकरार रखना मुश्किल हो जाता है |
हम लोगो को फ्लेक्सिबल टाइमिंग सुनने में अच्छा लगता है लेकिन सच ये भी है की हमारे काम करने की टाइमिंग भी फिक्स नहीं होती है |
वर्क फ्रॉम होम में एक समस्या ये भी होती है की हमे काम वक्त कभी भी उपस्तिथ होना पड़ जाता है |
वर्क फ्रॉम होम में हम अपने ऑफिस स्टाफ के साथ समय नहीं बिता पाते हैं जोकि बहुत जरुरी होता है क्योकि इससे हमे सिखने को बहुत कुछ मिलता है |
वर्क फ्रॉम होम में हमे अपने प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को अलग अलग करके रखना होता है जोकि की कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है |
Conclusion (निष्कर्ष) :
दोस्तों मैंने आज इस टॉपिक वर्क फ्रॉम होम पर निबन्ध में अच्छे से अपनी बाते रख दी है जिसमे आपनो इसके फायदे और नुक्सान का पता चल गया होगा |
वर्क फ्रॉम होम आज के समय की कार्यशैली है जोकि आने वाले कई समय तक अपनाई जाएगी |
अगर आपको भी वर्क फ्रॉम होम का अनुभव अच्छा लग रहा हो या फिर इसका अनुभव लेने जा रहे हो तो आप अपना अनुभव शेयर कर सकते हो |
0 टिप्पणियाँ